
दुर्ग, 14 अगस्त। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में एक सारगर्भित व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं एनसीसी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. अभिनेष सुराना ने अध्यक्षता करते हुए स्वागत भाषण प्रस्तुत किया तथा विषय की रूपरेखा विद्यार्थियों के समक्ष रखी। उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि भारत विभाजन के समय धार्मिक वैमनस्यता के कारण भारतीय जनता को व्यापक हिंसा का सामना करना पड़ा, जिसमें सबसे अधिक पीड़ित महिलाएं थीं।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ समाजसेवी एवं सामाजिक समरसता पर कार्यरत श्री विश्वनाथ बोगी ने “अखंड भारत” विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने भारत भूमि की अखंडता के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य को स्पष्ट करते हुए मध्यकालीन भारतीय संस्कृति की विशालता और उसके वैश्विक प्रसार पर प्रकाश डाला। साथ ही आर्यावर्त से लेकर दक्षिण-पूर्व एशिया तक भारतीय संस्कृति के विस्तार पर विचार व्यक्त किए। श्री बोगी ने वर्तमान भारत-पाकिस्तान संबंधों से जुड़े समसामयिक मुद्दों पर भी तथ्यात्मक जानकारी विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों को प्रदान की।

इस अवसर पर विवेकानंद यूथ सर्किल छत्तीसगढ़ प्रांत के सह-समन्वयक श्री विक्रांत मिश्रा तथा सहयोगी ओजस्व, हर्ष, अनुप्रास और सुशील मिश्रा भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट प्रशांत दुबे की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।
मंच का संचालन डॉ. अंबरीश त्रिपाठी ने किया तथा कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. तरुण कुमार साहू द्वारा किया गया। इस व्याख्यान में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं एनसीसी के लगभग 150 स्वयंसेवक एवं कैडेट्स सम्मिलित हुए।
