
दुर्ग, 8 अगस्त 2025 —
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) प्रकोष्ठ एवं स्कूल शिक्षा विभाग, जिला दुर्ग के संयुक्त तत्वावधान में मादक पदार्थों के विरुद्ध नशा मुक्ति हेतु एक विशाल जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली में महाविद्यालय एवं स्कूलों के एनएसएस तथा स्काउट-गाइड से जुड़े छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर समाज को नशामुक्त बनाने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय प्रो. संजय तिवारी थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक श्री आर.एल. ठाकुर एवं जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद मिश्रा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलसचिव श्री भूपेंद्र कुलदीप ने की। मंचासीन अतिथियों का स्वागत एनएसएस बैज, तिलक एवं रक्षा सूत्र बांधकर किया गया।

अपने प्रेरणादायक संबोधन में कुलपति प्रो. संजय तिवारी ने कहा कि “नशामुक्त समाज ही एक स्वस्थ, सशक्त एवं खुशहाल राष्ट्र की नींव रखता है। युवाओं को इस दिशा में आगे आकर समाज में बदलाव लाने की आवश्यकता है।” उन्होंने सभी को नशा छोड़ने एवं इसके विरुद्ध जनजागृति फैलाने की शपथ भी दिलाई।
कुलसचिव श्री भूपेंद्र कुलदीप ने विद्यार्थियों को मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से बचने और सभी प्रकार के नशे से दूर रहने की सलाह दी। इस अवसर पर श्री आर.एल. ठाकुर एवं श्री अरविंद मिश्रा ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया और इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।
रैली की शुरुआत कुलपति द्वारा हरी झंडी दिखाकर की गई। यह रैली मालवीय नगर चौक से प्रारंभ होकर राजेन्द्र पार्क चौक होते हुए रेलवे स्टेशन दुर्ग तक पहुंची। वहां विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक की प्रभावशाली प्रस्तुति दी। साइंस कॉलेज दुर्ग, एम.जे. कॉलेज भिलाई एवं घनश्याम सिंह कन्या महाविद्यालय, दुर्ग के छात्रों ने अपने नाट्य प्रदर्शन से आम नागरिकों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया।

कार्यक्रम में कुल 400 से अधिक छात्र-छात्राएं, प्राध्यापक, विद्यालय शिक्षक एवं अधिकारीगण सम्मिलित हुए। विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव डॉ. राजमणि पटेल, क्रीड़ा विभाग निदेशक डॉ. दिनेश नामदेव, सहायक कुलसचिव हिमांशु मंडावी, दिग्विजय कुमार एवं डॉ. बी. गोपाल कृष्ण भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक प्रो. जनेंद्र कुमार दीवान ने किया। उन्होंने अंत में सभी अतिथियों, अधिकारियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से निश्चित ही समाज में सकारात्मक परिवर्तन संभव है।