रायपुर के तेलीबांधा क्षेत्र में एक सनसनीखेज धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने समूह बनाकर कई महिलाओं के नाम पर लोन लिया और उसे चुकाने में चूक कर दी। बैंक से नोटिस मिलने पर पीड़ित महिलाओं को इस ठगी का पता चला। तेलीबांधा पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
महिला समूह बनाकर शुरू हुई ठगी
पुलिस के अनुसार, रेलवे क्रॉसिंग भाठापारा जोरा निवासी सरस्वती कुर्रे की पड़ोसन लालिमा मैथ्यू ने कृषक नगर जोरा महिला समूह का गठन किया। इस समूह में करीब 60 महिलाओं को शामिल किया गया। लालिमा इस समूह के जरिए जरूरतमंद महिलाओं को भारत फायनेंस बैंक से लोन दिलाने का काम करती थी। समय पर लोन चुकाने वाली महिलाओं को छह महीने बाद दोबारा लोन मिलता था।

सरस्वती के नाम पर लोन लेकर हड़पा
सरस्वती कुर्रे ने बताया कि लालिमा ने उनके नाम पर पहले सात लोन दिलवाए, जिन्हें उन्होंने समय पर चुका दिया। इसके बाद आठवां लोन 58,640 रुपये और नौवां लोन 70,780 रुपये स्वीकृत हुआ, जिसे सरस्वती ने नहीं लिया। ये दोनों लोन लालिमा ने अपने कब्जे में ले लिया और किस्तें जमा नहीं कीं। जब बैंक ने सरस्वती को नोटिस भेजा, तब उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला।
अन्य महिलाएं भी बनीं शिकार
सरस्वती के अलावा महिला समूह की कई अन्य महिलाएं भी इस ठगी का शिकार हुईं। लालिमा ने बुंदा यादव के नाम से 93,294 रुपये, किरण धृतलहरे के नाम से 1,12,410 रुपये, रजनी सोना के नाम से 98,641 रुपये और जानकी सोना के नाम से 32,920 रुपये का लोन निकालकर हड़प लिया। इनमें से किसी भी लोन की किस्त जमा नहीं की गई, जिसके कारण बैंक ने पीड़ित महिलाओं को डिमांड नोटिस भेजा। नोटिस मिलने के बाद महिलाओं को ठगी का अहसास हुआ।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर तेलीबांधा पुलिस ने लालिमा मैथ्यू के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश की जा रही है। इस घटना ने महिला समूहों के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी को लेकर लोगों में सतर्कता बढ़ा दी है।