
टोक्यो। दक्षिण-पश्चिमी जापान के टोकारा द्वीप समूह में पिछले दो सप्ताह से लगातार आ रहे भूकंपों ने स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ा दी है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, 21 जून से अब तक इस क्षेत्र में 870 से अधिक भूकंप दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 800 से अधिक झटके इतने तीव्र थे कि उन्हें ज़मीन पर महसूस किया जा सका।
बुधवार को अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) ने द्वीप समूह में 5.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया। यह द्वीप समूह जापान के मुख्य द्वीप और ओकिनावा के बीच फैले हुए 12 छोटे-छोटे द्वीपों की श्रृंखला है।
भूकंपों की लगातार आ रही श्रृंखला यहां के निवासियों में दहशत का कारण बनी हुई है। जापानी तीव्रता पैमाने के अनुसार, 1.5 या उससे अधिक तीव्रता के सभी भूकंप महसूस किए जा सकते हैं, जबकि 5.0 से ऊपर के भूकंप में फर्नीचर और अलमारियां भी गिर सकती हैं।
टोकारा के लगभग 600 से अधिक निवासी इन झटकों से बेहद घबराए हुए हैं। इनमें से कई द्वीप समुद्र के अंदर ज्वालामुखीय गतिविधियों से बने हैं, जो पर्यटकों को प्राकृतिक गर्म जल स्रोतों के लिए आकर्षित करते हैं।
हालांकि जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने इस असामान्य भूकंपीय गतिविधि के कारणों पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है, विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं के बाद कभी-कभी नए ज्वालामुखी द्वीप भी उभर सकते हैं। वर्ष 2023 में इसी तरह इवो जीमा के पास समुद्र के नीचे के विस्फोट से एक नया द्वीप अस्तित्व में आया था।
टोकारा जैसे दूरदराज़ क्षेत्रों में आपातकालीन सेवा पहुंचने में समय लगता है। यहां के सबसे बड़े द्वीप नाकानोशिमा तक नौका द्वारा पहुंचने में छह घंटे से अधिक लगते हैं, जिससे राहत कार्य में बाधा आती है।
अकुसेकिजिमा के निवासियों ने जापानी अखबार असाही शिंबुन को बताया कि भूकंपों की लगातार आवृत्ति से उनकी नींद हराम हो चुकी है।
हालांकि जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने सुनामी की कोई आशंका नहीं जताई है, फिर भी उसने निवासियों को चट्टानों के गिरने और संभावित भूस्खलन को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है।