
देवेंद्र लखवानी का आकस्मिक निधन
भिलाई के वैशाली नगर क्षेत्र में पिछले ढाई दशक से केबल व्यवसाय से जुड़े 66 वर्षीय देवेंद्र लखवानी का बीती रात हृदयाघात के कारण निधन हो गया। ईडब्ल्यूएस 232, वैशाली नगर निवासी सुंदर दास लखवानी के सुपुत्र देवेंद्र की गोल मार्केट में किराना दुकान भी थी। उनके अचानक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है। उनका अंतिम संस्कार 4 जुलाई को सुबह 11 बजे राम नगर मुक्तिधाम में होगा।
केबल व्यवसाय में बढ़ता तनाव और गुटबाजी
सूत्रों के अनुसार, भिलाई में हाल के दिनों में केबल व्यवसाय में तनाव और गुटबाजी की स्थिति बनी हुई है। आरोप है कि राजधानी के एक बड़े केबल व्यवसायी द्वारा अपने रसूख का इस्तेमाल कर छोटे ऑपरेटरों पर दबाव बनाया जा रहा था। इस गुटबाजी और दबाव के चलते कई केबल ऑपरेटर परेशान थे और इसकी शिकायत जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन से भी की जा रही थी। कुछ ऑपरेटरों ने दबी जुबान में स्वीकार किया कि इस तरह का दबाव और एकाधिकार की कोशिशें व्यवसायियों के लिए मानसिक तनाव का कारण बन रही थीं।
विधायक रिकेश सेन ने दी जांच की बात
वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन, जो वर्तमान में बाबा बैजनाथ धाम यात्रा पर हैं, ने इस मामले पर त्वरित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भिलाई लौटते ही वे केबल ऑपरेटरों से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी लेंगे और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के साथ बैठक कर निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेंगे। सेन ने स्पष्ट किया कि यदि देवेंद्र लखवानी का निधन केबल व्यवसाय में दबाव या मानसिक तनाव से जुड़ा है, तो दोषियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाएगी।
क्या है केबल वार का मामला?
भिलाई में केबल व्यवसाय में चल रही तथाकथित ‘केबल वार’ की चर्चा जोरों पर है। बताया जा रहा है कि एक गुट विशेष अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर अन्य ऑपरेटरों को दबाने की कोशिश कर रहा है। इस स्थिति ने स्थानीय केबल व्यवसायियों में असंतोष और तनाव को बढ़ाया है। देवेंद्र लखवानी के निधन को भी कई लोग इस तनाव से जोड़कर देख रहे हैं।
क्षेत्र में शोक की लहर
देवेंद्र लखवानी, जिन्हें स्थानीय लोग ‘सोनू’ के नाम से भी जानते थे, के निधन से वैशाली नगर क्षेत्र में शोक का माहौल है। उनके परिजनों, दोस्तों और सहयोगियों ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें एक मेहनती और मिलनसार व्यक्ति बताया। इस घटना ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे केबल व्यवसाय समुदाय को झकझोर दिया है।