
अंबिकापुर 29 जून 2025।जिले में जमीन विवाद की रंजिश के चलते एक व्यक्ति के अपहरण और फिरौती मांगने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। थाना गांधीनगर पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, पीड़ित शंकर दयाल रवि को योजनाबद्ध तरीके से अगवा कर न केवल उसकी पिटाई की गई, बल्कि 5 करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी गई। इस दौरान आरोपियों ने पीड़ित से जबरन सादे स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर भी करवा लिए।
हेमामालिनी ने दर्ज करायी शिकायत
घटना की जानकारी उस समय सामने आई जब पीड़ित की पत्नी हेमा मालिनी ने 26 जून 2025 को थाना गांधीनगर में अपने पति के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 25 जून को शंकर दयाल रवि घर से अपनी टाटा नेक्सन कार (CG/15/DV/7100) से यह कहकर निकले कि वह किसी काम से जा रहे हैं, लेकिन रात तक घर वापस नहीं लौटे। मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ बताने लगा।
शिकायत के आधार पर थाना गांधीनगर में गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कर तत्काल जांच शुरू की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुमार अग्रवाल (भा.पु.से.) के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई। जांच के दौरान पुलिस को गवाहों से जानकारी मिली कि पीड़ित को फिरौती के लिए अगवा किया गया है। तकनीकी ट्रैकिंग और चश्मदीदों की मदद से पुलिस ने शंकर दयाल को साड़बार मंदिर के पास सकुशल बरामद कर लिया। इस दौरान मौके से एक आरोपी मोतीराम यादव को पकड़ा गया, जबकि अन्य फरार हो गए।
मोतीराम यादव से पूछताछ में घटना की पूरी साजिश उजागर हुई। उसने बताया कि आरोपीगण जमीन विवाद की रंजिश के चलते शंकर दयाल को मिलने के बहाने बुलाकर, कट्टा दिखाकर अगवा कर ले गए। उन्हें पहले जशपुर ले जाया गया, जहां एक कमरे में बहादुर जायसवाल सहित अन्य आरोपियों ने मारपीट कर 5 करोड़ की मांग की और सादे स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवाया। अपहरणकर्ताओं ने पीड़ित के गहने भी उतरवा लिए और परिजनों से फिरौती मांगने के लिए उसके मोबाइल का इस्तेमाल किया।
पुलिस ने बहादुर जायसवाल को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपी ने अपराध कबूल किया। उसके पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन और जबरन हस्ताक्षर कराया गया सादा स्टाम्प पेपर जब्त किया गया। मामले में धारा 140(2), 140(3), 61(2) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है।
फरार आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस का कहना है कि इस अपहरण कांड में अन्य आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी सक्रियता से तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप जायसवाल के नेतृत्व में प्रधान आरक्षक संतोष कश्यप, आरक्षक दीनदयाल सिंह, विकास सिंह, अरविंद उपाध्याय, घनश्याम देवांगन और ऋषभ सिंह की प्रमुख भूमिका रही।