एएसपी का फिल्मी अंदाज़: सफाई कर्मी बनकर की छापेमारी, कोचियों की चालाकी नाकाम, हजारों लीटर अवैध शराब बरामद”

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बिलासपुर। एडिशनल एसपी अर्चना झा ने फिल्मी स्टाइल में कार्रवाई की है। एएसपी और महिला पुलिस कांस्टेबल वर्दी के बजाय सफाई कर्मियों के ड्रेस में एक गांव पहुंची। जिससे माफियाओं की बोलती बंद हो गई है। दरअसल पुलिस जब वर्दी में इस गांव में पहुंचती थी तब माफियाओं को मुखबिर सतर्क कर रहे थे। सतर्क करने के लिए कोड वर्ड भी था। हाथी आया। हाथी आया सुनते ही शराब माफिया सब-कुछ ठिकाना लगा देते थे और पुलिस को बैरंग लौटना पड़ता था। इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ। जब गांव में हाथी आया ही नहीं तब माफियाओं का धराना तय था। हुआ भी यही। एडिशनल एसपी अर्चना झा सफाई कर्मी बनकर पहुंची और माफियाओं की चालाकी धरी की धरी रह गई। ताबड़तोड़ कार्रवाई और 1040 लीटर शराब की जब्ती भी बनाई है।

सीपत क्षेत्र के ग्राम खांड़ा में पुलिस को देखते ही शराब कोचिए के मुखबिर हाथी आया का शोर मचाता था। इसके बाद मोहल्ले में शराब बेचने वाले सतर्क हो जाते थे। पुरुष सदस्य मकान में ताला लगाकर भाग जाते थे, वहीं महिलाएं शौच के बहाने उस जगह पर बैठ जाती थी जहां बड़ी मात्रा में शराब छुपाते थे। इसके चलते पुलिस वहां पहुंच नहीं पाती थी और माफिया व कोचिया अपनी चाल में सफल हो जाते थे।

एसएसपी रजनेश सिंह व एडिशनल एसपी अर्चना झा को यह बात अच्छी तरह पता थी कि खाड़ा के शराब माफिया और कोचिया मिलकर चालाकी करते हैं इसलिए उन्होने कुछ अलग करने की साेची। एडिशनल एसपी झा की अगुवाई में महिला कांस्टेबलों की टीम सफाई कर्मी बनकर गांव पहुंची। मुखबिर भी चकमा खा गया और गांव में हाथी भी नहीं आया। हाथी नहीं आया तो कोचिया और माफिया दोनों बेखौफ होकर अपने काम को अंजाम देते रहे। सफाई कर्मियों ने जब अपना खेल शुरू किया तो कोचिया और माफिया के अलावा महिलाएं भी दंग रह गई। महिलाओं को पकड़ने के लिए महिला कांस्टेबलों ने घेराबंदी की और मौके पर ही पकड़ लिया।

एएसपी अर्चना झा ने बताया कि सीपत क्षेत्र के ग्राम खांड़ा में अवैध शराब बिक्री की शिकायत मिल रही थी। शराब बेचने वाले शातिर किस्म थे। शराब कोचियों ने मोहल्ले के बच्चों को भी ट्रेंड कर दिया था। जैसे ही पुलिस की टीम मोहल्ले में पहुंचती बच्चे हाथी आया का शोर मचाते थे। इससे शराब कोचिए सतर्क हो जाते थे। पुरुष सदस्य मकान में ताला लगाकर भाग जाते थे। वहीं, महिलाएं शौच के बहाने शराब छुपाने वाली जगह के आसपास बैठ जाती थीं। उनकी इस चालाकी के कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर पा रही थी।

एएसपी अर्चना झा के नेतृत्व में पुलिस की टीम सफाईकर्मी बनाकर गांव पहुंची। गांव की गलियों की सफाई करने लगी। शराब कोचियों को पुलिस की इस चालाकी की भनक ही नहीं लग पाई। टीम सफाई करते हुए जैसे ही शराब कोचियों के मोहल्ले में पहुंची जवानों ने महिला कर्मियों के साथ एक साथ कई घरों में दबिश दी। पांच महिलाओं समेत सात आरोपियों के कब्जे से एक हजार लीटर से ज्यादा महुआ शराब जब्त की है। आरोपित के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। सभी आरोपित को न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया है।

ग्राम खांड़ा में शराब कोचिया और माफिया लंबे समय से सक्रिय थे। गांव के एक मोहल्ले में कई लोग महुआ शराब बनाते थे। जिसके कारण पुलिस के पहुंचने से पहले ही उन्हें सतर्क कर दिया जाता था। परेशान ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत की थी। इसके अलावा एसएसपी रजनेश सिंह तक भी इसकी शिकायत पहुंची थी। इसके बाद पुलिस ने शराब कोचियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम ने लंबी प्लानिंग की। करीब 10 महिला आरक्षकों को लाइन से बुलाया गया। इसके बाद एएसपी अर्चना झा और थाना प्रभारी गोपाल सतपथी के नेतृत्व में पुलिस की टीम गांव पहुंची।

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