बागबाहरा में दिल दहला देने वाली घटना: एक ही परिवार के चार लोगों की संदिग्ध मौत, सुसाइड नोट बरामद
महासमुंद जिले के बागबाहरा कस्बे में बुधवार को एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र को गहरे सदमे में डाल दिया है। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित एक मकान में एक ही परिवार के चार लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतकों में परिवार के मुखिया बसंत पटेल, उनकी पत्नी भारती पटेल, 12 वर्षीय बेटी सेजल पटेल और 4 वर्षीय बेटा कियांश पटेल शामिल हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बसंत पटेल आदिवासी विकास विभाग, बागबाहरा में भृत्य (चपरासी) के पद पर कार्यरत थे। जब उनके घर से लंबे समय तक कोई हलचल नहीं दिखी, तो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम, एसपी महासमुंद और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पांडे के साथ फोरेंसिक विशेषज्ञों ने घर का दरवाजा तोड़कर भीतर प्रवेश किया, जहां का दृश्य बेहद हृदयविदारक था।
बसंत पटेल का शव पंखे से लटका हुआ पाया गया, जबकि उनकी पत्नी और दोनों बच्चों के शव बिस्तर पर पड़े थे। बच्चों के मुंह और नाक से झाग निकल रहा था, जिससे पुलिस को शक है कि उन्हें किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कराया गया हो।
पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें बसंत पटेल ने पारिवारिक कारणों से यह कदम उठाने की बात लिखी है और अपने माता-पिता से क्षमा मांगी है। यह पत्र इस ओर इशारा करता है कि आत्महत्या की यह घटना पूर्व नियोजित हो सकती है। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वे सभी संभावित पहलुओं से जांच कर रही हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पांडे ने कहा:
“हमें मौके से सुसाइड नोट मिला है। प्रथम दृष्टया मामला पारिवारिक तनाव के चलते सामूहिक आत्महत्या का लग रहा है। फिर भी, हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं। सटीक स्थिति फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम के बाद ही सामने आएगी।”
घटना के बाद पूरे बागबाहरा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोग इस बात से स्तब्ध हैं कि शांत और मिलनसार माने जाने वाले इस परिवार के साथ ऐसा हादसा कैसे हुआ। मासूम बच्चों की असामयिक मृत्यु ने सभी को भावुक कर दिया है।
पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट जारी करने की बात कही गई है।