क्या कोई जगह विज्ञान की सीमाओं को चुनौती दे सकती है?
हाँ! है, …..ओडिशा का जगन्नाथ मंदिर ऐसी ही जगह है। जो हजारों वर्षों से श्रद्धा का केंद्र तो है ही, पर साथ ही अपने रहस्यों से वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को भी चौंकाता रहा है।
यह सिर्फ एक मंदिर नही, बल्कि ऐसा स्थान है जहाँ हर ईंट, हर पत्थर और हर परंपरा अपने अंदर छुपाए हुए है एक अनकहा रहस्य। ऐसी घटनाएं हैं जिन्हें आज तक कोई वैज्ञानिक सिद्धांत पूरी तरह नहीं समझा पाया है।
इन रहस्यों का जवाब आज तक कोई नहीं ढूंढ पाया…
- हवा कहीं से भी चले,
ध्वज हमेशा उलटी दिशा में लहराता है! - मंदिर का चक्र –
हर कोण से सिर्फ सामने ही नजर आता है! - दिन हो या दोपहर,
मंदिर की छाया ज़मीन पर कभी नहीं पड़ती! - ऊपर से न कोई पक्षी गुज़रता है, न विमान!
जैसे कोई दिव्य शक्ति उसे रोक रही हो। - लाखों भक्तों का भोग –
न कभी कम होता है, न ज़्यादा!
जैसे खुद भगवान रसोई संभाल रहे हों! - रथ यात्रा में पहली बार रथ नहीं हिलता!
जब तक अनुमति न मिले, भगवान का रथ नहीं चलता। - हर 12-19 साल में मूर्तियाँ बदलती हैं –अंदर क्या होता है, रहस्य ही रह जाता है!
तो बने रहिए हमारे साथ, क्योंकि हम बहुत जल्द ला रहे हैं इन रहस्यों पर आधारित एक विशेष रिपोर्ट,
जो आपके विश्वास को और गहराई देगी – और आपकी जिज्ञासा को भी