प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिलासपुर दौरा: मुख्यमंत्री ने भेंट किया विशेष मोमेंटो
बिलासपुर, 30 मार्च: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिलासपुर में विशाल आमसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ को कई विकास योजनाओं की सौगात दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री को एक विशेष मोमेंटो भेंट किया, जो छत्तीसगढ़ की वीरांगना बिलासा देवी केवट की स्मृति में तैयार किया गया था। यह मोमेंटो न केवल छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, बल्कि नारी शक्ति, आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता की जीवंत अभिव्यक्ति भी है।
बिलासा देवी केवट और उनका योगदान
बिलासा देवी केवट एक वीरांगना थीं, जिनके नाम पर छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहर बिलासपुर का नामकरण हुआ। वे केवट समुदाय से थीं, जो भारतीय संस्कृति में जल परिवहन और सेवा भाव के लिए जाना जाता है। उनके साहस, परिश्रम और नेतृत्व ने समाज में एक अमिट छाप छोड़ी।
केवट समुदाय भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। भगवान श्रीराम के जीवन में भी केवट समुदाय की अहम भूमिका रही, जब एक केवट ने उन्हें गंगा पार कराने में सहायता की थी। यह समुदाय मेहनत, ईमानदारी और सेवा भाव का प्रतीक है।
महिला सशक्तिकरण का प्रतीक
बिलासा देवी का जीवन इस बात का प्रमाण है कि महिलाएँ सीमाओं को पार कर इतिहास रच सकती हैं। उन्होंने यह सिद्ध किया कि चाहे प्रशासन हो या सामाजिक नेतृत्व—नारी हर क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। मुख्यमंत्री द्वारा भेंट किया गया यह मोमेंटो महिलाओं की शक्ति, आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक है।
नारी शक्ति और राष्ट्र निर्माण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विभिन्न योजनाएँ, जैसे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘उज्ज्वला योजना’, ‘महिला स्वयं सहायता समूह’, और ‘नारी शक्ति मिशन’ महिलाओं के विकास को नया आयाम दे रही हैं। यह मोमेंटो केवल एक कलाकृति नहीं, बल्कि एक वैचारिक प्रतीक है, जो दर्शाता है कि भारत का भविष्य तभी उज्ज्वल होगा, जब उसकी महिलाएँ सशक्त होंगी।
छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत का सम्मान
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा प्रधानमंत्री को भेंट किया गया यह विशेष उपहार छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत, महिला सशक्तिकरण और केवट समुदाय की ऐतिहासिक भूमिका को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित करता है। यह भेंट प्रधानमंत्री मोदी की नारी शक्ति और राष्ट्र निर्माण की परिकल्पना के अनुरूप है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस विशेष उपहार को सराहा और इसे छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और नारी सशक्तिकरण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। यह भेंट राज्य की गौरवशाली परंपरा, वर्तमान प्रयासों और भविष्य की संभावनाओं का समन्वय प्रस्तुत करती है।