
जिले के शिवरीनारायण थाना क्षेत्र में एक प्रोफेसर से 2,900 रुपये की लूट, अपहरण और जबरन वसूली के गंभीर मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने चार आरोपिताें के अलावा एक विधि संघर्षरत बालक को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। घटना का मास्टरमाइंड एक शिक्षक एवं एक सीएफ का जवान बताया गया है, जो काफी समय से अपने कर्तव्य से अनुपस्थित था। पुलिस ने आरोपिताें से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल एवं पाँच मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं।
प्रोफेसर रामकुमार सिंह कंवर ने 1 दिसंबर 2025 को थाना शिवरीनारायण में रिपोर्ट दर्ज कराई कि, 28 नवंबर को कुछ लोगों ने उन्हें फोन कर खरौद बुलाया और फिर अगवा कर लिया। आरोपिताें ने उनसे 25 लाख रुपये की मांग की। इस दौरान उन्हें मारपीट कर डराया-धमकाया गया और उनका न्यूड वीडियो बनाकर 14 लाख रुपये की निकासी कराई गई। हालांकि प्रोफेसर की सूझबूझ के चलते निकाली गई रकम दोबारा बैंक में जमा हो गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय के निर्देश पर शिवरीनारायण पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना स्थल पर पहुंचकर पूछताछ शुरू की। अलग-अलग टीमों को आरोपिताें की तलाश में लगाया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप और SDOP चांपा यदुमणि सिदार के मार्गदर्शन में पुलिस ने सभी आरोपियों को धर-दबोचा। हिरासत में लेकर की गई पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
गिरफ्तार आरोपिताें में 1. करन दिनकर, निवासी खाल्हेपारा, भवतरा थाना शिवरीनारायण, 2. अरुण मनहर, निवासी कुथुर थाना पामगढ़, 3. श्यामजी सिन्हा निवासी रहसबेड़ा, अकलतरा 4. कार्तिकेश्वर रात्रे निवासी खैरा थाना कसडोल, हाल निवासी चेउडीह, पामगढ़ एवं विधि संघर्षरत बालक शामिल है।
आरोपितों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 140(2), 308(2), 309(6), 61(2) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर आज बुधवार को जेल भेज दिया गया।
इस कार्रवाई में निरीक्षक प्रवीण द्विवेदी (थाना प्रभारी शिवरीनारायण), निरीक्षक सागर पाठक, प्रधान आरक्षक विवेक सिंह (साइबर सेल), सहायक उपनिरीक्षक रामप्रसाद बघेल, एवं थाना स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा।
