
दुर्ग/भिलाई। प्रतिबंधित दवाइयों की अवैध सप्लाई करने वाले गिरोह पर दुर्ग पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है। विशेष अभियान ‘ऑपरेशन विश्वास’ के तहत पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ताज़ा कार्रवाई के साथ कुल गिरफ्तारियों की संख्या 7 हो गई है।
धमधा नाका में वाहन चेकिंग के दौरान मिली बड़ी खेप
मोहन नगर थाना पुलिस ने 18 नवंबर की शाम लगभग 6:30 बजे धमधा नाका मोर्चा प्वाइंट पर नियमित वाहन चेकिंग के दौरान संदिग्ध वाहन को रोका। तलाशी में डिक्की से सफेद पॉलिथिन में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित टैबलेट—अल्फाजोलम और डायक्लोमिन—बरामद की गई।
इसके बाद पुलिस ने मौके से पांच लोगों को पकड़कर अपराध क्रमांक 626/25 दर्ज किया तथा धारा 8, 22, 27(क) एनडीपीएस एक्ट के तहत न्यायिक रिमांड पर भेज दिया। पुलिस ने अवैध कारोबार में उपयोग किए जा रहे वाहन और मोबाइल फोन भी जब्त किए थे।
सप्लाई चेन की कड़ी तक पहुंची पुलिस
जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस टीम सप्लाई नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने के लिए नागपुर रवाना हुई। नागपुर के ईतवारी इलाके में न्यू लाइफ मेडिकल के संचालक अशद नोमान से पूछताछ की गई। पूछताछ में उसने बताया कि वह दुर्ग निवासी शुभम निर्मलकर के साथ मिलकर प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री में शामिल था।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि यह नेटवर्क काफी समय से दुर्ग-भिलाई क्षेत्र में सक्रिय था और हालिया कार्रवाई से इसकी सप्लाई चेन कमजोर हुई है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
शुभम निर्मलकर (30 वर्ष) — निवासी सिकोला बस्ती, मोहन नगर, दुर्ग
अशद नोमान मुस्ताक हुसैन (42 वर्ष) — निवासी सतरंजीपुरा, थाना लकड़गंज, नागपुर (महाराष्ट्र)
दुर्ग पुलिस ने स्पष्ट किया है कि प्रतिबंधित दवाओं के अवैध व्यापार के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।



