छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता ऐसा कोई नहीं कहेगा।” सिंहदेव के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने इसे लोकतांत्रिक महत्वाकांक्षा बताया, जबकि बीजेपी ने इसे “ढाई-ढाई साल” विवाद की याद दिलाने वाला बताया।

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर से चर्चा में है। पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टी.एस. सिंहदेव ने शुक्रवार को बिलासपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “मैं कभी नहीं कहूंगा कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना है। मुख्यमंत्री आप नहीं बनना चाहते, ऐसा कौन कहेगा।”
सिंहदेव ने आगे कहा कि पहले भी उनका नाम मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में रहा है। “जब 2018 में कांग्रेस ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी, तब भी मेरा नाम संभावित मुख्यमंत्री के रूप में लिया गया था। उस समय ढाई-ढाई साल के फार्मूले की बातें मीडिया में लगातार उठती रहीं, लेकिन मैं हमेशा पार्टी के निर्णय को सर्वोच्च मानता रहा हूं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई व्यक्तिगत लालसा नहीं है, लेकिन किसी भी जनसेवक के लिए राज्य का नेतृत्व करना गर्व की बात होती है। “यह सब पार्टी के निर्णय पर निर्भर करता है, और मैं हमेशा संगठन के फैसले का सम्मान करता हूं,” सिंहदेव ने जोड़ा।
उनके इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में नई हलचल मच गई है। कांग्रेस के भीतर इसे एक स्वाभाविक लोकतांत्रिक अभिव्यक्ति बताया जा रहा है, जबकि भाजपा ने इसे “पुराने जख्म” कुरेदने वाला बयान बताया है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी विजय जांगिड़ ने सिंहदेव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुख्यमंत्री बनने की इच्छा हर जनप्रतिनिधि में होती है। लोकतंत्र में यह कोई गलत बात नहीं है। हर व्यक्ति की अपनी महत्वाकांक्षा होती है, लेकिन इस पर चर्चा अभी जल्दबाजी होगी। यह सब तीन साल बाद की बात है।”जांगिड़ ने आगे कहा कि कांग्रेस में संगठन सर्वोपरि है और किसी भी पद पर निर्णय पार्टी हाईकमान ही लेती है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पार्टी प्रदेश में संगठन सशक्त करने और आगामी चुनावों की तैयारी पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
भाजपा का पलटवार
रायपुर में भाजपा विधायक सुनील सोनी ने सिंहदेव के बयान पर तंज कसते हुए कहा, “लगता है ढाई-ढाई साल का बुखार अभी उतरा नहीं है। कांग्रेस की सरकार अब नहीं रही, भाजपा की सरकार है। टी.एस. सिंहदेव जी को यह बात अब 15-20 साल तक याद नहीं करनी चाहिए।”
हालांकि, सोनी ने सिंहदेव की सादगी और जनसंपर्क की तारीफ भी की। उन्होंने कहा, “टी.एस. सिंहदेव जी एक लोकप्रिय नेता हैं। समाज में उनकी पैठ और पहचान अच्छी है। लोग उन्हें उनकी सादगी और सच्चाई के लिए जानते हैं, लेकिन राजनीति में वक्त और परिस्थितियां बहुत कुछ बदल देती हैं।”