दुर्ग न्यायालय के आदेश पर 25 लाख रुपए की धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है.
ईंट भट्टा संचालकों से 25 लाख की धोखाधड़ी
दुर्ग: ईंट भट्टे में मजदूर दिलाने के नाम पर 25 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. जहां दो ईंट भट्ठा संचालकों ने अपने यहां मजदूर दिलाने के लिए बलौदा बाजार निवासी तीज राम केवट और कमल सिंह निषाद से एग्रीमेंट करते हुए साल 2024 से लेकर 2025 के बीच लगभग 25 लाख से अधिक रुपए दिए. इसके बाद भी आरोपियों के द्वारा तय समय पर न ही मजदूर दिए और ना पैसा वापस किए।
क्या है पूरा मामला: दुर्ग के पीसेगांव निवासी नीलकंठ कुंभकर और दुर्ग निवासी अभिषेक चक्रधारी ईंट भट्ठा चलाते हैं. उनसे सुनसुनिया बलौदा बाजार के रहने वाले तीजराम केवंट ने मजूदर दिलाने की बात कही. इस पर दोनों व्यापारियों ने तीजराम से कॉन्ट्रैक्ट किया.
ईंट भट्टा संचालकों से 25 लाख की धोखाधड़ी
लाखों लिए फिर भी नहीं किया काम: नवंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच लेबर दिलाने के लिए नीलकंठ कुंभकर और अभिषेक चक्रधारी ने बकायदा एग्रीमेंट कराया. आरोपी तीजराम को एग्रीमेंट के एवज में 25 लाख 35 हजार रुपए दिए गए। इसके बाद भी तीजराम ने लेबर नहीं दिलाए. काम प्रभावित होने पर प्रार्थियों ने आरोपी तीजराम से संपर्क कर रकम की वापसी की मांग की.
नंबर बंद किया: पहले तो तीज राम कुछ दिन फोन पर टाल मटोल करता रहा. इसके बाद नंबर बंद कर दिया. इस पर दोनों व्यापारियों ने कोर्ट में परिवाद दायर किया। जहां से कोर्ट ने तीजराम केवंट और उसके साथी कमल सिंह निषाद के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने का आदेश जारी किया.
न्यायालय के आदेश पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। 25 लाख से अधिक रुपए की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों की तलाश की जा रही है.– अलेक्जेंडर किरो, CSP, दुर्ग