-सुशासन तिहार के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए लोगो ने कहा इस पहल ने आमजन के लिए संवाद से समाधान की नए रास्ते मिले
दुर्ग। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार के माध्यम से नगरवासियों के लिए संवाद से समाधान की पहल की है। तीन चरणों में आयोजित सुशासन तिहार अपने दूसरे चरण में पहुंच चुका है। आयुक्त सुमित अग्रवाल के निर्देश पर लोगों से मिले आवेदनों का मिशन मोड में चिलचिलाती धूप के बीच सुशासन तिहार के तहत निगम अधिकारी कर्मचारी लोगो के घरों में दस्तक देकर आवेदनों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण कर रहे है।
वार्ड क्रमांक 51 के श्रीमती चंचला नायक के आवेदन का निराकरण किया गया। इसका तत्काल निराकरण किया गया एवं वार्ड 51,52 में शीतला नगर, पंचशील नगर, सेक्टर,अमित सड़क मारुति हाइट्स के पास नया लाइट लगाया गया। स्ट्रीट लाइट से सड़क हुए जगमग। निगम अधिकारी/कर्मचारी जब आवेदक के घरों में जाकर आवेदनों की जांच कर कार्रवाही कर मौके पर निराकरण कर रहे जिससे सकारात्मक फीडबैक और नागरिकों के चेहरे पर उभरी संतुष्टि और खुशी इस बात का संकेत है। नरेंद्र वैष्णव शंकर नगर दुर्ग निवासी जिन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना हेतु आवेदन किया था निरीक्षण दौरान पात्र पाया गया। दस्तावेज जमा करने के लिए आवेदक से कहा गया। इसके बाद आवंटन किया जाएगा। मौके पर आवेदक को संतुष्टि प्रमाण पत्र दिया गया।
निगम अधिकारियों द्वारा स्थल का मौका मुआयना कर निरीक्षण किया गया, जिसका उचित गुणवता पूर्वक समाधान/निष्पादन किया गया, निगम के अधिकारियों द्वारा नूतन देवांगन पति लोमेश देवांगन वार्ड 44 कसारीडीह दुर्ग निवासी जो किराए के मकान पर लगभग 8 वर्ष से रह रहे हैं। जिनके पास ना जमीन है ना मकान जिन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बना बनाया मकान लेने हेतु सुशासन तिहार में अपनी इच्छा जाहिर की थी। तत्काल निराकरण कर हितग्राही को प्रधानमंत्री आवास योजना का फॉर्म प्रदान किया गया, आवश्यक दस्तावेज जमा करने हेतु उचित मार्गदर्शन दिया गया। साथ ही संतुष्टि प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस आयोजन के लिए वार्ड के नागरिको ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहते है मेरे आवेदनों का निराकरण घर बैठे किया गया। बोरसी के राकेश कुमार व अन्य ने सुशासन तिहार के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस पहल ने आमजन के लिए संवाद से समाधान की नए रास्ते खुल दिए है।
