सिविल डिफेंस मॉकड्रिल का हुआ आयोजन, सायरन बजते ही सड़क पर लेटकर बचने का किया पूर्वाभ्यास..

Spread the love

दुर्ग। पहलगाम में आतंकी हमले से निर्दोष हिंदुओ की हत्या के बाद आज भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट करने की बीच युद्ध कि स्थिति में देश के लोगों को स्वयं से सुरक्षित रहने भारत सरकार द्वारा आगाह करने की दृष्टि से आज पूरे देश में सिविल डिफेंस मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। जिसके तहत दुर्ग शहर के इंदिरा मार्केट में सायरन बजने पर नागरिकों ने स्वयं से जमीन पर लेट व बैठकर बम बारूद व गोली चलने की स्थिति में बचने का पूर्वा अभ्यास किया। इस दौरान राज्य पिछड़ा आयोग उपाध्यक्ष व दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, शहर विधायक गजेंद्र यादव, निगम सभापति श्याम शर्मा, पूर्व सभापति दिनेश देवांगन, एमआईसी सदस्य काशीराम कोसरे, शिव नायक, पाषर्दगण कमल देवांगन, गोविंद देवांगन, कुलेश्वर साहू, युवराज नेताम, पूर्व पार्षद प्रमोद पाटिल, मीना सिंह, विजय ताम्रकार, मन्नू साहू, नंद कसेर, उत्तम कसेर सहित बड़ी संख्या में व्यापारीगण भी उपस्थित होकर सभी के सुरक्षा के लिए मार्कड्रिल में हिस्सा लिया ।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर देश के 266 शहरों में आयोजित सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल में प्रशासन द्वारा दुर्ग शहर का भी चयन किया गया था जिसमे होटल शीला घर संसार के ऊपर छत में लगे सायरन बजते ही कई लोग जमीन में लेटकर व बैठकर अपने कॉनो को बंद रखकर मॉक ड्रिल का हिस्सा बने इस अवसर पर शहर विधायक गजेंद्र यादव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए निर्दोष लोगों की मृत्यु का आज भारत की सेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आतंकवादी के खिलाफ सख्त कार्यवाही व मजबूत इच्छा शक्ति अनुरूप पाकिस्तान में घुसकर उनके आतंकी ठिकानो को नष्ट कर बदला ले लिया है यह नए भारत की ताकत है। इस अवसर पर दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने कहा की भारत की सेना दुश्मनों के खिलाफ हर मोर्चे पर माकूल जवाब देने सक्षम है फिर भी देश के अंदर युद्ध जैसी किसी भी आपात स्थिति होने पर नागरिक स्वयं डिफेंस रहकर जीवन सुरक्षित रखने आज सिविल डिफेंस मॉकड्रिल में सभी वर्ग के लोग शामिल होकर स्वयं दुश्मन देश के बम बारूद या गोली से अपने आप को बचाने का गुर सिखा ईस प्रकार का आयोजन सामाजिक एकजुटता व सुरक्षा का भी आधार है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही संभव है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× How can I help you?