
दुर्ग-भिलाई। भिलाई गोलीकांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए झारखंड से दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि पकड़े गए आरोपियों में से एक मुख्य साजिशकर्ता करण साव का ममेरा भाई है, जो भिलाई में रेलवे व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के कारण कई बार आ चुका था। इसी दौरान उसने शहर की गलियों और रास्तों को बारीकी से समझ लिया था और वारदात के बाद भागने का पूरा प्लान पहले से तैयार कर लिया था।
फायरिंग के बाद प्लान के अनुसार भागे आरोपी
पुलिस के मुताबिक घटना के बाद दोनों शूटर जामुल से बाइक पर भिलाई-3 पहुंचे और वहां से ऑटो पकड़कर रायपुर की ओर भाग निकले। इसके बाद दोनों झारखंड लौट गए। इस मामले में मास्टरमाइंड करण साव समेत 6 लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
खून के बदले की साजिश
22 जनवरी 2024 को वाहन टकराने के विवाद में 12वीं के छात्र शिवम साव की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। शिवम, आरोपी करण साव का चचेरा भाई था। वहीं हत्या के इस मामले में विकास प्रजापति का रिश्तेदार आरोपी जेल में है। इसी दुश्मनी के चलते करण साव ने विकास को निशाना बनाने की योजना तैयार की।
गोदाम में शूटरों को दी थी शरण
दुर्ग एएसपी सुखनंदन राठौर के अनुसार पूछताछ में पता चला कि करण साव ने अपने ममेरे भाई राजेश साव को हत्या के लिए तैयार किया और उसने बबलू उर्फ बड़का समेत तीन शूटरों को सुपारी देकर बुलाया। करण ने सभी को अपने गोदाम में ठहराया और उन्हें हथियार उपलब्ध कराए।
पुलिस ने झारखंड से राजेश साव (29) और बबलू उर्फ बड़का (27) को गिरफ्तार किया है। दोनों ने फायरिंग में इस्तेमाल पिस्टल और गोलियां करण को लौटाकर झारखंड भागने की बात कबूल की है।
55 हजार में खरीदी गई पिस्टल और कारतूस
करण ने अपने भाई को पिस्टल व 7.65 एमएम कारतूस खरीदने के लिए 55 हजार रुपए दिए थे। इसके अलावा बाइक, मोबाइल और सिम भी उपलब्ध करवाए थे। वारदात के दौरान चली गोली विकास के कान के पास से निकल गई, जिससे बारूद की हल्की चोट आई।
भिलाई-3 से आगे ऑटो पकड़कर रायपुर की तरफ भागे शूटर
वारदात के बाद आरोपी बाइक को भिलाई-3 में छोड़कर ऑटो से रायपुर की ओर निकल गए और वहीं से झारखंड लौट गए। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर हथियार, कारतूस और बाइक जब्त कर ली है।
क्या है पूरा मामला?
14 नवंबर 2025 की शाम जामुल के घासीदास नगर में बाइक सवार बदमाशों ने विकास प्रजापति (26) पर फायरिंग की थी। पुलिस ने इसे सुनियोजित हमला मानते हुए केस दर्ज किया और जांच आगे बढ़ाई। शुरुआती जांच में ही यह स्पष्ट हो गया कि इसकी साजिश करण साव ने अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए रची थी।
सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था आरोपी
मुख्य आरोपी राजेश साव झारखंड का रहने वाला है और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। कोरोना काल में भी वह भिलाई में रुका था और कई बार परीक्षा देने आया था, जिससे उसे शहर की पूरी जानकारी थी।
पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है
दुर्ग SSP विजय अग्रवाल ने बताया कि मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में करण साव, ऋषभ त्रिलोचन साव, संजय, संतोष, विनय कुमार साव और सुमीत कुमार शामिल हैं। सभी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस आरोपियों के पुराने विवाद, संपर्क और अन्य संभावित एंगल पर जांच जारी रखे हुए है।


